जयपुर के monkey catcher को दिया गया है काम बंदरों के आतंक और उत्पात को देखते हुए जयपुर के पास के एक गांव में उत्पति बन्दर पकड़ने के लिए जयपुर से बन्दरो को पकड़ने के लियर बुलाया गया जिस कंपनी का नाम सेफ रेस्क्यू टीम वेंचर हैं जिनको प्रति बंदर पकड़ने के लिऐ 1500 रुपए दिए जाएंगे। यह लोग बंदर को पकड़ने के बाद पिजड़ों में बंद कर जंगल मे छोड़ने का काम करेंगें। अध्यक्ष मनोज ने बताया कि नगर के लोग वर्षो से बंदर के आतंक से परेशान थे, जिसकी शिकायत हमारे पास अक्सर आया भी करती थी,जिसको देखते हुए हमनें जयपुर से मंकी कैचरों को बुलाया है, उम्मीद है कि जल्द ही नगर बंदर मुक्त होगा। सूत्रों से पता चला हैं कि सेफ रेस्क्यू टीम बहुत टाइम से बन्दर पकड़ने में माहिर हैं और बहुत से नगरों को बंरो से मुक्त भी किया हैं ये टीम बन्दर पकड़ने का काम अपने दादा और परदादा से करते आ रहे हैं जिस से ये इस काम को करने में काफी समझदार हैं
जयपुर के monkey catcher को दिया गया है काम बंदरों के आतंक और उत्पात को देखते हुए जयपुर के पास के एक गांव में उत्पति बन्दर पकड़ने के लिए जयपुर से बन्दरो को पकड़ने के लियर बुलाया गया जिस कंपनी का नाम सेफ रेस्क्यू टीम वेंचर हैं जिनको प्रति बंदर पकड़ने के लिऐ 1500 रुपए दिए जाएंगे। यह लोग बंदर को पकड़ने के बाद पिजड़ों में बंद कर जंगल मे छोड़ने का काम करेंगें। अध्यक्ष मनोज ने बताया कि नगर के लोग वर्षो से बंदर के आतंक से परेशान थे, जिसकी शिकायत हमारे पास अक्सर आया भी करती थी,जिसको देखते हुए हमनें जयपुर से मंकी कैचरों को बुलाया है, उम्मीद है कि जल्द ही नगर बंदर मुक्त होगा। सूत्रों से पता चला हैं कि सेफ रेस्क्यू टीम बहुत टाइम से बन्दर पकड़ने में माहिर हैं और बहुत से नगरों को बंरो से मुक्त भी किया हैं ये टीम बन्दर पकड़ने का काम अपने दादा और परदादा से करते आ रहे हैं जिस से ये इस काम को करने में काफी समझदार हैं