जयपुर के monkey catcher को दिया गया है काम बंदरों के आतंक और उत्पात को देखते हुए जयपुर के पास के एक गांव में उत्पति बन्दर पकड़ने के लिए जयपुर से बन्दरो को पकड़ने के लियर बुलाया गया जिस कंपनी का नाम सेफ रेस्क्यू टीम वेंचर हैं जिनको प्रति बंदर पकड़ने के लिऐ 1500 रुपए दिए जाएंगे। यह लोग बंदर को पकड़ने के बाद पिजड़ों में बंद कर जंगल मे छोड़ने का काम करेंगें। अध्यक्ष मनोज ने बताया कि नगर के लोग वर्षो से बंदर के आतंक से परेशान थे, जिसकी शिकायत हमारे पास अक्सर आया भी करती थी,जिसको देखते हुए हमनें जयपुर से मंकी कैचरों को बुलाया है, उम्मीद है कि जल्द ही नगर बंदर मुक्त होगा। सूत्रों से पता चला हैं कि सेफ रेस्क्यू टीम बहुत टाइम से बन्दर पकड़ने में माहिर हैं और बहुत से नगरों को बंरो से मुक्त भी किया हैं ये टीम बन्दर पकड़ने का काम अपने दादा और परदादा से करते आ रहे हैं जिस से ये इस काम को करने में काफी समझदार हैं
बंदर पकड़ने पर अब 1000 रुपए का इनाम देगी सरकार, युवाओं को इसकी ट्रेनिंग भी दी जाएगी शिमला. हिमाचल सरकार ने बंदर को पकड़ने पर अब 1000 रुपए का इनाम देने की घोषणा की है। अभी तक ये राशि 700 रुपए थी। साथ ही, बंदर पकड़ने के लिए सरकार युवाओं को ट्रेनिंग भी देगी। प्रदेश में बंदरों के बढ़ते उत्पात और उनसे कृषि क्षेत्र को होने वाले नुकसान को देखते हुए यह फैसला लिया गया। राज्य के वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने बताया कि बंदरों का इतना खौफ है कि पिछले दिनों जब वह जाखू मंदिर गए तो अधिकारियों ने उन्हें चश्मा और टोपी खोलने के लिए कहा। अगर कोई टोपी व चश्मा पहन कर जाता है तो बंदर उसे ले जाते हैं। कृषि क्षेत्र को 324 करोड़ का नुकसान राज्य के वन विभाग ने पहली बार बंदरों के चलते कृषि व बागवानी काे हुए नुकसान का ब्योरा दिया। अधिकारियों ने बताया कि पिछले 6 साल में बंदरों से कृषि व बागवानी काे 324 कराेड़ का नुकसान हुआ। इसमें कृषि क्षेत्र काे 184.28 कराेड़ और बागवानी काे 150.1 कराेड़ का नुकसान हुआ। monkey catcher युवाओं से मदद लेगी सरकार राज्य सरकार बंदरों काे पकड़ने में स्थानीय युवाओं की मदद ली लेगी। व